क्या आप भी ऑन छोड़ देते है, फ़ोन का ब्लूटूथ? सावधान रहें वरना हो सकते हैं ये नुकसान!

Five Bluetooth security issues to be aware of

आज हम साल 2024 में है, जहां टेक्नोलॉजी और डिजिटलजेशन का नया दौर चल रहा है। इस उन्नत तकनीक की बदौलत आज सब कुछ बहुत आसान हो गया है। हालाँकि आज हम इसके अनगिनत फायदों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, लेकिन इसके साथ कुछ नुकसान भी जुड़े हुए हैं जिनके बारे में हम नहीं जानते हैं।

आज, जब हमें वायरलेस तरीके से एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में कुछ ट्रांसफर करना होता है, तो हम फोन की सेटिंग्स में जाकर या नोटिफिकेशन पैनल से ब्लूटूथ चालू कर देते हैं। ब्लूटूथ को स्मार्टफोन्स, स्मार्टवॉच और लैपटॉप जैसे उपकरणों में लाभ तो मिलता है, लेकिन इसका सही उपयोग नहीं किया जाए तो यह आपके लिए खतरा भी बन सकता है।

ऐसे में, हम आपको ब्लूटूथ से संबंधित 5 सिक्योरिटी रिस्क से परिचित कराना चाहेंगे जिनके बारे में आपको निश्चित रूप से अवगत होना चाहिए।

चोरी छुपे सुनना (Eavesdropping)

कल्पना कीजिए कि कोई आपकी बातचीत सुन रहा है। जी हां, ब्लूटूथ रिस्क के रूप में यह शामिल है। यदि आपके पास असुरक्षित ब्लूटूथ कनेक्शन है, तो आपका डेटा लीक हो सकता है। हैकर्स कॉल और संदेशों को रोक सकते हैं या ब्लूटूथ के माध्यम से प्रसारित पासवर्ड जैसी संवेदनशील जानकारी भी चुरा सकते हैं। ऐसे में सावधान रहें।

ब्लूजैकिंग (BlueJacking)

ब्लूजैकिंग भी साइबर अटैक की तरह है, जिसमें हैकर्स लोगों को निशाना बनाने के लिए दो तरीके अपनाते हैं। वह पहले आपके डिवाइस पर, मैसेज भेजता है या फिर ब्लूटूथ enabled डिवाइस पर फ़ाइलों को ट्रांसफर करता है। इसका मतलब यह है कि ब्लूटूथ के माध्यम से हैकर्स आपके फोन की निजी डेटा को भी चुरा सकते है।

ब्लूस्नार्फिंग (BlueSnarfing)

हैकर्स अक्सर उन लोगों को निशाना बनाते है, जिनके फोन का ब्लूटूथ हमेशा ऑन रहता है। इव्सड्रॉपिंग की तरह, ब्लूस्निफ़िंग का उद्देश्य डेटा संचारित करना है। हैकर्स पासवर्ड, संपर्क जानकारी, या यहां तक ​​कि ब्लूटूथ के माध्यम से प्रसारित वित्तीय डेटा जैसी जानकारी को इंटरसेप्ट करने के लिए इंटरसेप्शन टूल का उपयोग कर सकते है।

ब्लूटूथ से जुड़ें इन रिस्क से कैसे बचें?

यदि आप भी ब्लूटूथ से जुड़ें इन रिस्क से खुद को बचाना चाहते हैं, तो आपको इसके लिए कोई विशेष उपाय करने की जरूरत नहीं है। हालांकि आपको कुछ बातें हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए।

जब आपका काम पूरा हो जाए तो सबसे पहले अपने डिवाइस का ब्लूटूथ बंद कर दें। फिर समय-समय पर अपनी डिवाइस सेटिंग्स पर जाएं और सॉफ़्टवेयर अपडेट की जांच करें।

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